6G Internet: पूरे देश की नजर नेटवर्क पर है. इस मामले पर नई जानकारी सामने आई है. भारत ने 6G में लीड करने का बडा फैसला कर लिया है. इस मुद्दे पर केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बताया है. उन्होंने कहा, हमारा भारत देश 5जी और 4जी में लीडर रहा है और अब यह 6जी में भी लीडर होगा. हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन कर रहे है. प्रधानमंत्री चाहते हैं कि हम 6जी में आगे बढ़ने वाले पहला देश बने और टेक्नोलॉजी को हरी झंडी दिखाए.
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि भारतीय मोबाइल कांग्रेस और अंतर्राष्ट्रीय 6जी संगोष्ठी 6जी में देश और वैश्विक प्रगति को प्रदर्शित करती है और उन डिजाइन सिद्धांतों को भी प्रदर्शित करती है जो दूरसंचार के भविष्य को आकार देंगे. भारत की 6G साझेदारी के कारण हमारे देश को 10% पेटेंट मिलेंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चाहते हैं कि देश 6जी नेटवर्क में विश्व में लीडर बने. इस कारण से, दूरसंचार अधिनियम 2023 में संशोधन किए गए है.
सिंधिया के मुताबिक इससे पता चलता है कि भारत के टेलीकॉम सेक्टर में सबसे बड़ी समस्या कहां पैदा होगी. हमारी सरकार इसे रद्द करने के बारे में सोच रही है. डिजिटल युग में हमारी ओर से इसे दूर करने का प्रयास किया जा रहा है. सैटेलाइट कम्युनिकेशन संचार के क्षेत्र पर भी ध्यान दिया जा रहा है. डिजिटल प्रकाशन पर भी हमारा विशेष ध्यान है. वहीं, साइबर सुरक्षा भी हमारी सूची में सबसे ऊपर है.
सिंधिया के मुताबिक आज भारत में टेलीकॉम सेक्टर तेजी से बढ़ रहा है. हमारी यात्रा दुनिया को अमृत काल से शताब्दी काल तक ले जायेगी. पूरी दुनिया हमारे पीछे देखेगी. उन्होंने यह बात जियो, एयरटेल, बीएसएनएल और वोडाफोन-आइडिया के सभी यूजर्स के लिए कही. इसका मतलब है कि वह दिन दूर नहीं जब सभी को 6जी नेटवर्क का फायदा मिलेगा.